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महाकवि स्वयम्भू

पउमचरिउ (पद्मचरित) (अपभ्रंश, हिन्दी) भाग 1

महाकवि स्वयम्भू

मूल्य: Rs. 25

राम का एक नाम पद्म भी था. जैन कृतिकारों को यही नाम सर्वाधिक प्रिय लगा. इसलिए इसी नाम को आधार बनाकर प्राकृत, संस्कृत एवं अपभ्रंश में काव्यग्रन्थों की रचना की गई.   आगे...

पउमचरिउ (पद्मचरित) (अपभ्रंश, हिन्दी) भाग 2

महाकवि स्वयम्भू

मूल्य: Rs. 50

राम का एक नाम पद्म भी था. जैन कृतिकारों को यही नाम सर्वाधिक प्रिय लगा. इसलिए इसी नाम को आधार बनाकर प्राकृत, संस्कृत एवं अपभ्रंश में काव्यग्रन्थों की रचना की गई.   आगे...

पउमचरिउ (पद्मचरित) (अपभ्रंश, हिन्दी) भाग 3

महाकवि स्वयम्भू

मूल्य: Rs. 22

राम का एक नाम पद्म भी था. जैन कृतिकारों को यही नाम सर्वाधिक प्रिय लगा. इसलिए इसी नाम को आधार बनाकर प्राकृत, संस्कृत एवं अपभ्रंश में काव्यग्रन्थों की रचना की गई.   आगे...

पउमचरिउ (पद्मचरित) (अपभ्रंश, हिन्दी) भाग 4

महाकवि स्वयम्भू

मूल्य: Rs. 50

राम का एक नाम पद्म भी था. जैन कृतिकारों को यही नाम सर्वाधिक प्रिय लगा. इसलिए इसी नाम को आधार बनाकर प्राकृत, संस्कृत एवं अपभ्रंश में काव्यग्रन्थों की रचना की गई.   आगे...

पउमचरिउ (पद्मचरित) (अपभ्रंश, हिन्दी) भाग 5

महाकवि स्वयम्भू

मूल्य: Rs. 50

राम का एक नाम पद्म भी था. जैन कृतिकारों को यही नाम सर्वाधिक प्रिय लगा. इसलिए इसी नाम को आधार बनाकर प्राकृत, संस्कृत एवं अपभ्रंश में काव्यग्रन्थों की रचना की गई.   आगे...

 

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